Sunday, June 19, 2011

तत्काल रिजेर्वेसन पर तो दलालों का कब्ज़ा

आज मै पंडित रविशकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के पास रेलवे रिजर्वेसन काउंटर में रिजेर्वेसन करने के लिए गया था. रेजर्वेसन काउंटर सुबह ८ बजे खुलता है वह यह देख कर बड़ा आश्चर्य हुआ की दलाल काफी सक्रिय है पूर्व में भी एक दिन गया मै ७.३० पर सुबह पंहुचा तो दरवाजे पे एक लिस्ट लगी थी और टला बंद था वह कुछ लोग बैठे थे उन लोगो ने बताया था की ये सबके लाइन में आने का नम्बर है सो मैंने भी अपना नम्बर लगा दिया उतनी सुबह मेरा नम्बर २० था मै लाइन में लग कर अपना टिकट रिजेर्वेसन कराया और वापस आ गया था परन्तु आज जब फिर मै गया तो वही १७-१८ लोग सुबह से उसी प्रकार लाइन में लगे थे पूछने पे पता चला की ये दलाल है बड़ी तादाद में होने के कारण कोई बोलता नहीं और फिर लोग रोज रिजेर्वेसन करने जाते भी नहीं इसलिए पता भी नहीं चलता आज मै दुबारा गया तो पता चला नहीं तो पता भी नहीं चलता .वह उपस्थित एक दलाल बोला मै रत के २.३० बजे से लाइन में लगा हु कोई बोला तत्काल वाले पहले ले ले फिर बाकि के लोग ले .सारे लोगो की बातचीत सुनकर समझ में आया की तत्काल रिजेर्वेसन पर तो दलालों का कब्ज़ा है जब तक आप लाइन में खड़े रहेंगे आपका नम्बर जब तक आएगा तत्काल कोटा बुक हो चूका होगा .लोग लाइन में खड़े खड़े वेटिंग में पहुच जा रहे थे ,गए थे तत्काल के लिए और साधारण में  वेटिंग लेकर लौटे l

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